Friday, July 21, 2017

‘यह सामाजिक सरोकार एक साहित्यिक व्यभिचार है’ | जयश्री रॉय | Tehelka Hindi

‘यह सामाजिक सरोकार एक साहित्यिक व्यभिचार है’ | जयश्री रॉय | Tehelka Hindi: तहलका के संस्कृति विशेषांक में प्रकाशित शालिनी माथुर के स्त्री लेखन संबंधी आलोचनात्मक लेख ‘मर्दों के खेला में औरत का नाच’ पर कथाकार जयश्री रॉय की टिप्पणी.

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